* 29 दिसंबर से 3 वर्ष के लिए बनाए गए विभागाध्यक्ष , आचार्य चित्तरंजन मिश्र की जगह बनेंगे हेड.
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के हिन्दी विभाग के वर्तमान अध्यक्ष प्रोफेसर चितरंजन मिश्र का विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यकाल आगामी 28 दिसंबर 2018 को समाप्त हो रहा है । इसी क्रम में 29 दिसम्बर 18 से अगले आदेश तक हिन्दी विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रो. अनिल कुमार राय विभागाध्यक्ष के पद पर नियुक्त हुए हैं।
उक्त जानकारी विश्वविद्यालय की मीडिया प्रभारी अजय कुमार शुक्ला ने मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में दी है। उन्होंने बताया कि कुलपति के आदेश के अनुपालन में प्रोफ़ेसर चितरंजन मिश्र का विभागाध्यक्ष के रूप में आगामी 28 दिसंबर को अधिवर्षिता आयु पूर्ण होने के उपरांत हिन्दी विभाग के आचार्य प्रोफ़ेसर अनिल कुमार राय को विभागाध्यक्ष अगले 3 वर्ष तक के लिए नियुक्त किया गया है।
ज्ञात हो कि नवनियुक्त विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार राय एक सफल शिक्षक होने के साथ-साथ ,आलोचक, लेखक हैं तथा सामाजिक -राजनीतिक प्रश्नों पर विभिन्न आयोजनो व मंचों से अपने धाराप्रवाह व जुझारू वक्तव्य के लिए जाने जाते हैं। गोरखपुर समेत देश-भर में प्रो. राय के व्याख्यान की तारीफ होती है । विभिन्न साहित्यिक पत्रिकाओं
आलोचना, साखी, दस्तावेज,पतहर आदि में आलेख प्रकाशित होते रहे हैं ।प्रो राय के विभागाध्यक्ष बनने पर शिक्षकों, छात्रों व शुभचिंतकों में प्रसन्नता है।
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के हिन्दी विभाग के वर्तमान अध्यक्ष प्रोफेसर चितरंजन मिश्र का विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यकाल आगामी 28 दिसंबर 2018 को समाप्त हो रहा है । इसी क्रम में 29 दिसम्बर 18 से अगले आदेश तक हिन्दी विभाग के वरिष्ठ आचार्य प्रो. अनिल कुमार राय विभागाध्यक्ष के पद पर नियुक्त हुए हैं।
उक्त जानकारी विश्वविद्यालय की मीडिया प्रभारी अजय कुमार शुक्ला ने मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में दी है। उन्होंने बताया कि कुलपति के आदेश के अनुपालन में प्रोफ़ेसर चितरंजन मिश्र का विभागाध्यक्ष के रूप में आगामी 28 दिसंबर को अधिवर्षिता आयु पूर्ण होने के उपरांत हिन्दी विभाग के आचार्य प्रोफ़ेसर अनिल कुमार राय को विभागाध्यक्ष अगले 3 वर्ष तक के लिए नियुक्त किया गया है।
ज्ञात हो कि नवनियुक्त विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार राय एक सफल शिक्षक होने के साथ-साथ ,आलोचक, लेखक हैं तथा सामाजिक -राजनीतिक प्रश्नों पर विभिन्न आयोजनो व मंचों से अपने धाराप्रवाह व जुझारू वक्तव्य के लिए जाने जाते हैं। गोरखपुर समेत देश-भर में प्रो. राय के व्याख्यान की तारीफ होती है । विभिन्न साहित्यिक पत्रिकाओं
आलोचना, साखी, दस्तावेज,पतहर आदि में आलेख प्रकाशित होते रहे हैं ।प्रो राय के विभागाध्यक्ष बनने पर शिक्षकों, छात्रों व शुभचिंतकों में प्रसन्नता है।
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प्रोफेसर अनिल कुमार राय |
2 Comments
बधाई और शुभकामनाएं राय साहब के लिए
ReplyDeleteहार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
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