पतहर

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मातृभाषा हमारी निजी थाती और पहचान

गोरखपुर।केन्द्रीय विद्यालय(क्र.1) वायुसेना स्थल गोरखपुर में बृहस्पतिवार को मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का आरम्भ दीप प्रज्वलन और माँ भारती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पण के साथ हुआ। तदोपरांत विद्यालय के प्राचार्य संजय कुमार श्रीवास्तव द्वारा मुख्य अतिथि दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर हिंदी विभाग के पूर्व आचार्य एवं भाषा विज्ञान के विशेषज्ञ प्रोफ़ेसर राम दरश राय एवं “पतहर” पत्रिका के संपादक विभूति नारायण ओझा का अंगवस्त्रम एवं पुस्तकोपहार के साथ स्वागत किया गया।इस अवसर पर “मातृभाषा” नामक भित्ति पत्रिका का अनावरण भी किया गया।

संगठन मुख्यालय के निर्देशानुसार आयोजित कुल आठ प्रतियोगिताओं में सम्मिलित दो हजार से भी अधिक छात्रों में से पच्चीस विजेता प्रतिभागियों का प्रमाण पत्र के साथ सम्मान किया गया।
इनमें से निबंध प्रतियोगिता में प्रथम शिवांगी कुमारी, द्वितीय ख़ुशी सिंह, तृतीय अदिति यादव, वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम रूबी सिंह, द्वितीय अंशिका पाण्डेय, ख़ुशी सिंह, मातृभाषा सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में प्रथम अतुल तिवारी, द्वितीय निहारिका, तृतीय सोनिया सिंह, नारा लेखन में प्रथम सुकृति शुक्ल, द्वितीय वंशिका राजभर, तृतीय स्नेहा सिंह, चित्रकला प्रतियोगिता में श्रृष्टि चक्रवर्ती, एल्विना खातून, सोनम सिंह आदि को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को दर्शाते हुए अरुणांचल प्रदेश की मातृभाषा में वहाँ के वेश-भूषा को धारण कर बच्चों द्वारा अरुनान्चली लोकगीत प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति से अभिभूत मुख्य अतिथि ने बच्चों को काफी सराहा तथा अपने वक्तव्य में कहा कि आज मातृभाषा को सहेजने की जरुरत पहले के समय से कहीं और अधिक है, क्योंकि मातृभाषा हमारी निजी थाती और पहचान है, उन्होंने कहा कि मातृभाषा को बिना बचाए भारतीय संस्कृति की रक्षा नहीं की जा सकती। अतिथियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफल प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। 
प्राचार्य संजय कुमार श्रीवास्तव ने मातृभाषा के संरक्षण और विकास पर जोर दिया तथा छात्रों को रचनात्मक तरीके से इस सन्दर्भ में पहल करने का आह्वाहन किया।
इसी कड़ी में कक्षा ग्यारहवी के “द” वर्ग द्वारा तैयार किये गए भित्ति पत्रिका को उन्होंने काफी सराहा तथा इसे मातृभाषा की लघु इंसाइक्लोपीडिया का दर्जा देते हुए आगे भी ऐसे रचनात्मक कार्यों को जारी रखने का निर्देश दिया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के पाठ्य सहगामी क्रियाकलापों के समन्वयक अमित कुमार सिंह द्वारा किया गया।