डॉ चांद किरण को विश्व भारती, प्रो मुरली मनोहर पाठक को विशिष्ट पुरस्कार सहित 48 विद्वानों को संस्कृत पुरस्कार
(विभूति नारायण ओझा)
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा वर्ष 2019 का विशिष्ट पुरस्कारों की घोषणा आज कर दी गई, जिसमें संस्कृत साहित्य के कुल 48 विद्वानों के नाम शामिल हैं। राष्ट्रीय स्तर के शीर्ष नौ पुरस्कारों में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर मुरली मनोहर पाठक का नाम भी शामिल हैं।
ज्ञात हो कि प्रतिवर्ष संस्कृत संस्थान द्वारा संस्कृत के विभिन्न विद्वानों को सम्मानित किया जाता है। वर्ष 2019 का विश्व भारती पुरस्कार दिल्ली के डॉक्टर चांद किरण सलूजा को, महर्षि वाल्मीकि पुरस्कार वाराणसी के प्रो विंद्धेश्वरी प्रसाद मिश्र को, महर्षि व्यास पुरस्कार वाराणसी के डा सद्युम्मनाचार्य तथा नई दिल्ली के डा बलदेवानंद सागर को महर्षि नारद पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।
संस्कृत संस्थान द्वारा 2019 के पुरस्कार के लिए विद्वानों की सूची के अनुसार गोरखपुर विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर मुरली मनोहर पाठक सहित वाराणसी के डा रामनारायण द्विवेदी, नोएडा के डा शशिप्रभा कुमार, वाराणसी के प्रो विनय कुमार पांडेय तथा इटावा के आचार्य सुरजन सिंह को विशिष्ट पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। सभी विद्वानों को उनके संस्कृत साहित्य में विशेष योगदान के लिए निर्धारित धनराशि व सम्मान, समारोह आयोजित कर दिया जाएगा। इसी प्रकार और भी विद्वानों को सम्मानित किया जाएगा।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से प्रो मुरली मनोहर पाठक को विशिष्ट पुरस्कार मिलने पर कुलपति प्रो वीके सिंह,प्रति कुलपति प्रो हरिशरण जी,शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर विनोद कुमार सिंह,प्रो मुकुंद शरण त्रिपाठी, मीडिया प्रभारी प्रोफेसर अजय कुमार शुक्ला सहित विभागीय आचार्य प्रो छायारानी,प्रो लक्ष्मी मिश्रा,प्रो मधु सत्यदेव,प्रो सूर्यकांत त्रिपाठी, डॉ रंजन लता, डॉ मृणालीनी, डॉ कुलदीपक शुक्ल, डॉ देवेंद्र पाल, डॉ धर्मेंद्र सिंह सहित विभिन्न विभागों के आचार्यों, छात्रों ने हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।