विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रस्तुत है अशोक सिंह की "पेड़" कविता।वे झारखंड के रहने वाले हैं और शिक्षा साक्षरता अभियान में सक्रिय हैं तथा स्वतंत्र पत्रकारिता भी करते हैं। आप की कविताएं व आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नियमित प्रकाशित होते रहते हैं।
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